आगाज धमाकेदार, लेकिन अंजाम अच्छा नहीं रहा. भारतीय क्रिकेट में ऐसे खिलाड़ियों के ढेरों उदाहरण मिल जाएंगे, जिन्होंने शुरुआत तो अच्छी की. लेकिन, फिर करियर बेपटरी हो गया. ऐसे ही कुछ अपने वनडे डेब्यू पर तूफानी फिफ्टी ठोकने वाले एक बैटर के साथ भी हुआ था. इस अर्धशतक के कारण इस बल्लेबाज को 1999 के वर्ल्ड कप की टीम में जगह मिली थी. लेकिन, मैच खेलने का मौका नहीं मिला. 12 मैच बाद ही करियर खत्म हो गया. बाद में कोचिंग में हाथ आजमाए और इस पूर्व भारतीय क्रिकेटर के तराशे 2 खिलाड़ी भारत के लिए खेले.
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