‘चलो दिलदार चलो चांद के पार चलो…’ गाने में मीना कुमारी जिस तरह अपनी प्रेमी से बंधनों से मुक्त होने की गुहार लगाती दिखीं, उसमें शायद उनकी पूरी जिंदगी की कसक शामिल थी. बॉलीवुड की ट्रेजेडी क्वीन कही जाने वाली मीना कुमारी को रियल लाइफ में अपना प्यार नहीं मिल पाया जहां वो खुलकर अपनी भावनाओं का इजहार कर सके. सिर्फ 38 साल की उम्र में गंभीर बीमारी से दुनिया को अलविदा कहने वाली मीना आखिरी समय बिलकुल अकेली थीं. कहने को उनके डायरेक्टर पति कमाल अमरोही साथ थे लेकिन प्रोफेशनल वजहों से. ऐसा नहीं कि उनके चाहने वाले नहीं थे. उन्हें धर्मेंद्र तो कभी राजकुमार ने दीवानों जैसा प्यार किया. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. आइये जानते हैं कि ‘पाकीजा’ मीना कुमारी की आखिरी फिल्म क्यों साबित हुई और राजकुमार प्यार में कहां चूक गए…
Source link