कूज मुनिस्वामी वीरप्पन या वीरप्पन ((*3*)) देश के तस्करों और अपराधियों के बीच वो नाम है, जो अब तक पैदा हुए अपराधियों में एक अलग पहचान रखता है. सबसे पहली बात तो ये है कि एक तस्कर के तौर पर वीरप्पन हाथी दांत और चंदन की बड़े पैमाने पर होने वाली तस्करी के धंधे में शामिल था. बताया जाता है कि वीरप्पन ने हाथी दांत के लिए 200 से ज्यादा हाथियों का शिकार किया और 26 लाख डॉलर कीमत के हाथी दांत की तस्करी की. वीरप्पन की बड़ी-बड़ी मूंछें उसकी पहचान का हिस्सा बन गई थीं. कहा जाता है कि उनकी पत्नी मुथुलक्ष्मी ने उनसे इसलिए शादी की क्योंकि उन्हें उनकी ‘मूंछें’ पसंद थीं.
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