Mohammed Rafi Birth Anniversary: हिंदुस्तान के शहंशाह ऐ तरन्नुम के नाम से जाने जाने वाले मोहम्मद रफी की आज 98वें बर्थएनिवर्सरी है. उनके अमर गानों के जरिए संगीत की विरासत को धनी बनाने वाले मोहम्मद रफी ने अपने करियर में 14 भाषाओं में 4 हजार से ज्यादा गानों को अपनी आवाज से तराशा है. चौदवीं का चांद हो या फिर चाहूंगा मैं तुझे जैसे गानों को अमर करने वाले मोहम्मद को ऊपरवाले ने सुरों का सम्राट बनाकर भेजा था. महज 13 साल की उम्र से ही लोगों के कानों में शहद घोलने वाले रफी साहब ने भारतीय संगीत को सींचकर एक विशाल वृक्ष बनाया है. उसी वृक्ष छाया में आज भी लोग अपने कानों को ठंडक पहुंचाते हैं.
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