‘Ghar Waapsi’ Review: कभी-कभी हालात ऐसे बन जाते हैं कि महानगर दुत्कार देता है और फिर वो छोटे शहर का छोटी सी नदी में तैरने वाला, उस महासागर से निकाल फेंका जाता है. उसे लौटना होता है अपने घर जहां उसे सब अजनबी से लगते हैं लेकिन कुछ दिनों बाद वही अचार, वही सब्ज़ी और वही लाड, उसे अपनी मिटटी में रोपने के लिए रोक लेता है. छोटे शहर से बड़े शहर में सपना तलाशने गए लड़के को जब नौकरी से निकाल दिया जाता है तो वो अपने घर पहुंचता है, और ज़िंदगी को कुछ साल पीछे ले जा कर कोशिश करता है.
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