मकर संक्रांति की तैयारी के लिए बाजार पतंगों से पट गया है। पतंगबाज भी खरीददारी करने पहुंच रहे हैं। पतंग दुकानों पर भीड़ दिखाई दे रही है। शहर में संक्रांति पर्व की तैयारियां शुरू हो गई हैं। पर्व को लेकर बच्चों में काफी उत्साह है। बाजार में बच्चों की पसंदगी विभिन्न रंगों और डिजाइनों की पतंगें सजी हुई हैं।
इस बार बाजार में बच्चों के लिए कार्टून वाली पतंग से लेकर कई तरह की पतंगें दिखाई दीं। व्यापारियों का कहना है, इस बार कोरोना के कारण मार्केट में ग्राहकों की कमी दिखाई दे रही है। पिछले साल की तुलना में इस साल पतंगें नहीं बन पाई हैं। दरअसल, पतंगबाज डोर को लेकर ज्यादा चिंतित होते हैं। चाइना डोर को लेकर फिर असमंजस की स्थिति देखने को मिली। कई जगह जुगाड़ से लोग चाइना डोर ले रहे थे।

पतंग व्यापारियों ने बताया, बाजार में प्रधानमंत्री मोदी, शिवराज, कई भाजपा के नेताओं की पतंगों की इस बार अधिक मांग है। बरेली के धागे के साथ प्रत्येक पतंग की दर 50 रुपए से 600 रुपए तक है। पतंग के साथ धागा नहीं लेने पर कीमत 20 से 500 रुपए है। फिल्मी स्टार कई अभिनेता के फोटो वाली पतंगे भी बाजार में बिक रही हैं, जो आकर्षण कर रही हैं।
पतंग व्यापारियों के मुताबिक इस साल बाजारों में ग्राहकों की कमी तो है। काेरोना के कारण इस साल ज्यादा मात्रा में पतंगें भी नहीं बनी हैं। पतंग बनाने वाले कारीगरों को कच्चा सामान नहीं मिला। इस कारण से पतंग की तादाद बाजारों में कम दिखाई दे रही, यह हमारा परंपरागत कार्य है। इसलिए परिवार पालने के लिए ही शायद हम इस वक्त घरों से बाहर निकलकर व्यवसाय कर रहे हैं।
Download Dainik Bhaskar App to learn Latest Hindi News Today