20 मार्च 2020 के बाद से कॉलेजों में बंद ऑफलाइन क्लासेस 295 दिन बाद सोमवार से फिर से शुरू हो गईं। हालांकि सभी सरकारी, अनुदान प्राप्त और निजी कॉलेजों में ऑफलाइन पढ़ाई की शुरुआत फाइनल ईयर के छात्रों के साथ हुई है। उच्च शिक्षा विभाग के 50 फीसदी विद्यार्थियों के साथ कॉलेज खोलने की अनुमति के बाद करीब 20 से 30 फीसदी छात्र सुबह कॉलेज पहुंचे। हालांकि कोरोना गाइडलाइन को देखते हुए होलकर साइंस कॉलेज में पहले ही दिन नया प्रयोग किया गया। इसके तहत क्लास रूम में टीचर ने जो कुछ भी छात्रों को पढ़ाया, उसी का लाइव प्रसारण ऑनलाइन क्लास में किया गया।

कॉलेज प्राचार्य डॉ. सुरेश सिलावट और प्रशासनिक अधिकारी डॉ. आरसी दीक्षित ने बताया, जब टीचर क्लास में पढ़ा रहे थे, तो उसी का लाइव प्रसारण ऑनलाइन क्लास के लिए भी किया जा रहा था। कॉलेज ने यूजी कोर्स यानी बीएससी फाइनल और पीजी कोर्स यानी एमएससी 3 सेमेस्टर की 30 क्लासेस के लिए मोबाइल स्टैंड भी खरीदे हैं। क्लास रूम में दोनों तरफ की टेबलों के बीच में स्टैंड पर मोबाइल ऑन कर इसका लाइव प्रसारण किया गया।
अन्य कॉलेजों से जब इस संबंध में बात की गई, तो उन्होंने भी इसी सप्ताह से इसी तरीके से पढ़ाई की शुरुआत करने की बात कही। ओल्ड जीडीसी के सीनियर प्रोफेसर डॉ. एमडी सोमानी की मानें, तो इसके लिए तैयारी हो गई है। दो दिन में यहां भी ऑफलाइन-ऑनलाइन पढ़ाई एक साथ होनी शुरू हो जाएगी।

इस तकनीक के दो फायदे
- पहला : ऑनलाइन क्लास अटेंड करने वाले विद्यार्थी को ऑफलाइन जैसा महसूस होगा।
- दूसरा : प्रोफेसरों के लिए ऑनलाइन क्लास के लिए अलग से तैयारी नहीं करनी पड़ेगी।

कोरोना के कारण 50 फीसदी विद्यार्थी को आने की अनुमति
शहर के 150 से ज्यादा कॉलेज कैंपस ऑफलाइन पढ़ाई करवा रहे हैं। शुरू के 10 दिन बीकॉम बीए और बीएससी फाइनल ईयर के छात्रों को कॉलेज में बुलाया गया है। 20 जनवरी से प्रथम और दूसरे वर्ष के छात्र भी कॉलेज आना शुरू करेंगे। सभी सरकारी, अनुदान प्राप्त और निजी कॉलेजों को 50 फीसदी उपस्थिति के साथ कॉलेज खोलने की अनुमति जारी की है। यह भी कहा है कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा।

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