शहर के कई वॉर्डों से गुजरने वाले बुड्ढे नाले को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरफ से 650 करोड़ रुपए का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। इस प्रोजेक्ट के टेंडर भी लगा दिए गए हैं और टेंडर लगने के बाद काम की शुरुआत करने का उद्घाटन मुख्यमंत्री की तरफ से मंगलवार को किया जाएगा। जिस जगह पर नींव पत्थर का उद्घाटन करना है, वहां पर सालों से ओपन कूड़ा डंप बना हुआ था। सीएम के स्वागत के लिए उद्घाटन स्थल पर रविवार को साफ-सफाई जारी रही। कूड़े के ओपन डंप को हटा कर वहां पर लाल मिट्टी बिछा दी गई है।
इतना ही नहीं वहां पर रोजाना मौजूद रहने वाले लावारिस जानवरों को भी पकड़ कर गौशाला भेजा गया। इसके अलावा पीएयू की तरफ से हैबोवाल को आने वाली सड़क के दोनों किनारों को रंगरोगन, सफाई करने के अलावा पैचवर्क भी किया गया। वहीं, पीएयू में सीएम का हेलिकाॅप्टर उतरने के लिए हैलीपेड पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
मेयर और विधायक कूड़ा डंप को लेकर हो चुके हैं आमने-सामने
हैबोवाल पुली पर दोनों साइड ओपन कूड़ा डंप बने हुए थे जिसे हटाने के लिए कांग्रेस के ही विधायक राकेश पांडे और उनके हलके के पार्षद नगर निगम के मेयर और निगम के खिलाफ ही धरने पर उतर आए थे। इस डंप के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। सत्ताधारी विधायक और पार्षदों ने धरना दिया लेकिन फिर भी कूड़ा डंप नहीं हट पाए। लेकिन अब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को स्वच्छ सिटी दिखाने के उद्देश्य से निगम की तरफ से हैबोवाल पुली की दोनों तरफ कूड़े का नामो निशान ही मिटा दिया गया है।
इधर, बिना कमेटी बनाए गए प्रोजेक्ट का शुभारंभ करने को लेकर उठने लगे विरोध के स्वर
लुधियाना| टेक्सटाइल एंड निटवियर एसोसिएशन की तरफ से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को पत्र भेजकर ऐतराज जताया गया कि 12 जनवरी को बुड्ढे नाले की सफाई के काम के शुरूआत के कार्य को रोका जाए। बहादुरके टेक्सटाइल एंड निटवियर एसोसिएशन के अध्यक्ष तरुण जैन बावा ने कहा कि बिते दिनों मीटिंग में कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु और प्रोजेक्ट से संबंधित आईएएस अफसरों ने प्रेजेंटेशन देते हुए प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी दी थी परंतु प्रेजेंटेशन से सहमति न प्रगट करते हुए ये मांग की गई थी कि प्रोजेक्ट को लेकर किए जाने वाले सभी कार्य को लेकर एक कमेटी का गठन किया जाए जिसकी देख रेख में ही पारदर्शिता से ही प्रोजेक्ट को सही ढंग से पूरा किया जा सके। लेकिन अब बिना पारदर्शिता के काम की शुरूआत की जा रही है।
प्रोजेक्ट आधे पैसों में पूरा कराने का कर चुके दावा
पारदर्शिता के लिए कमेटी का गठन किए जाने का विश्वास कैबिनेट मंत्री भारत भूषण अाशु की अोर से भरी मीटिंग में किया गया था। उनकी मांग है कि इस कार्य की शुरुआत से पहले काम में पारदर्शिता बनी रहे। इसके लिए पहले कमेटी का गठन किया जाए। बता दें कि 10 दिसंबर को गुरु नानक देव भवन में सभा का आयोजन किया गया था। इसमें लोकल बॉडीज के आईएएस अफसरों समेत कंपनी के नुमाइंदों ने डीपीआर संबंधी प्रेजेंटेशन दी थी। इसे चैलेंज कर एसोसिएशन ने दावा किया था कि 650 करोड़ के प्रोजेक्ट को वे मात्र 325 करोड़ में पूरा करवा सकते हैं।
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