नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) वित्त वर्ष (FY) 2022 में 65 हजार करोड़ रुपए जुटाने की योजना बना रही है। इस रकम को इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (इनविट) और टोल-ऑपरेट-ट्रांसफर (TOT) मॉडल के जरिए जुटाई जाएगी। माना जा रहा है कि आने वाले केंद्रीय बजट में भी इसे शामिल किया जा सकता है।
FY 2020 में भी 65 हजार करोड़ रुपए जुटाने की योजना(*10*)
फिलहाल NHAI बोर्ड ने इस योजना को मंजूरी दे दी है। इसके तहत आने वाले वित्त वर्ष में हाईवे बनाने वाली सरकारी अथॉरिटी मार्केट से 65 हजार करोड़ रुपए जुटाएगी। हालांकि चालू वित्त वर्ष (2020-21) में भी इसकी योजना 65 हजार करोड़ रुपए जुटाने की ही है। इसके तहत अथॉरिटी दिसंबर तक कुल 45 हजार करोड़ रुपए जुटा चुकी है।
FY2014-15 से अबतक 10 गुना बढ़ा अथॉरिटी पर कर्ज(*10*)
NHAI पर वित्त वर्ष 2020 तक कुल 2.49 लाख करोड़ रुपए का कर्ज रहा था। जबकि वित्त वर्ष 2014-15 में यह 24,188 करोड़ रुपए रहा था। यानी 6 सालों में यह 10 गुना बढ़ा है। अनुमान है कि यह चालू वित्त वर्ष में तीन लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच जाएगी।
भारी कर्ज से चिंतित नहीं है अथॉरिटी, क्योंकि रि-पेमेंट क्षमता भी मजबूत हो रही(*10*)
रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) के मुताबिक भारतमाला परियोजना प्रोग्राम के चलते FY2023 तक अथॉरिटी पर कर्ज का आंकड़ा 3.5 लाख करोड़ रुपए पार पहुंच सकता है। हालांकि सरकारी संस्था बढ़ते कर्ज की चिंतित नहीं है। NHAI के चेयरमैन सुखबीर सिंह संधु ने कहा कि हमारी रि-पेमेंट कैपेसिटी भी बढ़ रही है।
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