राज्य में बिगड़ रही कानून व्यवस्था और कांग्रेस सरकार के खिलाफ भाजपा ने रविवार को श्रीराम चौक में राज्य स्तरीय प्रोग्राम किया, जिसका किसानों और कांग्रेस की तरफ से विरोध किया गया। विरोध के चलते कोई अप्रिय घटना न हो, इसलिए करीब एक हजार पुलिस मुलाजिम श्रीराम चौक के आसपास तैनात रहे। सिटी के सभी पुराने बाजारों को जाने वाले रास्ते बंद कर दिए गए। भाजपा के करीब तीन घंटे के प्रोग्राम के कारण सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक पूरी सेंट्रल सिटी के रास्ते बंद रहे। भाजपा नेताओं ने इस दौरान कैप्टन सरकार को खूब कोसा।
वहीं, कुछ ही दूरी पर किसान संगठन भाजपा को कृषि कानून के चलते कोसते हुए नारेबाजी करते रहे। किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने रेत और बजरी के टिप्पर आमने-सामने खड़े करके प्लाजा चौक ब्लाक कर दिया था। लवकुश चौक में डिच मशीनें और ट्रालियां-ट्रक खड़े कर सड़क रोकी। शास्त्री चौक, सत्गुरु नामदेव चौक, नकोदर रोड, लाडोवाली रोड भी ब्लाॅक कर दीं ताकि किसानों को रोका जा सके।
पुलिस ने किसानों को लाडोवाली रोड से बीएमसी चौक की तरफ मोड़ दिया। करीब 300 किसान तीन बैरिकेड पार कर सत्गुरु नामदेव चौक पहुंच गए। जहां पुलिस से धक्कामुक्की हुई। दो दर्जन किसान पुलिस का घेरा तोड़कर भाजपा के मंच तक पहुंच गए और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की।
जहां भाजपा की रैलियां होंगी, विरोध करेंगे
भारतीय किसान यूनियन के युवा नेता हरप्रीत सिंह व अमरजोत सिंह ने कहा कि दिल्ली में किसानों का सर्दी से निधन हो रहा है लेकिन सरकार जिद नहीं छोड़ रही। बुजुर्ग व बच्चे ठंड में सड़कों पर बैठे हैं। जहां भाजपा की रैलियां होंगी, वहां किसान आवाज बुलंद करेंगे। गांवों में भाजपा की रैलियां नहीं होने देंगे।
दूसरी तरफ भाजपा का विरोध करने पहुंचे कांग्रेसियों के साथ भी पुलिस की धक्कामुक्की हुई। पुलिस ने कांग्रेसियों को जीपीओ के पास रोक लिया। आखिर डीसीपी और एडीसीपी ने कांग्रेस वर्करों को चेतावनी दी लेकिन वे नहीं हटे तो उन्हें हिरासत में लेते हुए थाना बस्ती बावा खेल में छोड़ दिया।
स्टेज के पीछे किसानों की धरपकड़, अश्वनी शर्मा बोले- हमला करने वाले कांग्रेस के गुंडे
भाजपा की रैली में करीब 1000 लोग पहुंचे। पंजाब प्रधान अश्वनी शर्मा ने कहा कि भाजपा नेताओं के घरों पर हमले हो रहे हैं। पूर्व मंत्री तीक्षण सूद के घर पर हमला हुआ। पंजाब पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही। बकौल शर्मा कांग्रेस के गुंडे हमले कर रहे हैं। लाॅ एंड ऑर्डर की हालत खराब है। इस दौरान जैसे ही किसान सक्रिय होते तो लोग मंच से दूर उन्हें देखने के लिए खड़े हो जाते थे। दो दर्जन किसान बैरिकेड तोड़कर मंच तक पहुंच गए। इस दौरान एक प्रदर्शनकारी के कपड़े फट गए।
सेंट्रल सिटी के लोग रहे परेशान
संडे बाजार प्रभावित- ज्यादातर संडे बाजार नकोदर रोड की तरफ शिफ्ट हो गया। लोग बाजार में दोपहर 2 बजे तक शाॅपिंग करने नहीं जा सके। शाम को लोग बाजार पहुंचे।
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