केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा शांति पूर्ण आंदोलन रविवार को आक्रामक रुख धारण कर गया। हरियाणा में करनाल जिले के कैमला गांव में सीएम मनोहर लाल की ‘किसान महापंचायत’ में किसानों ने खूब बवाल किया। रविवार को पुलिस के नाके तोड़ किसान खेतों के रास्ते कैमला पहुंचे और कार्यक्रम स्थल पर तोड़फोड़ की। जवानों की 15 कंपनियां हिंसा रोकने में नाकाम रहीं। सीएम कार्यक्रम स्थल पर पहुंचते उससे पहले प्रदर्शनकारी वहां पहुंच गए। उन्होंने मंच पर भी तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारियों ने सीएम के हेलीकॉप्टर की लैंडिंग के लिए बने हेलीपैड को भी खोद दिया, इस वजह से खट्टर का हेलीकॉप्टर लैंड नहीं कर सका।
इसके बाद खराब मौसम का हवाला देते हुए सीएम का दौरा रद्द कर दिया गया। हालात काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। मंच पर मौजूद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, करनाल सांसद संजय भाटिया, खेल मंत्री संदीप सिंह, विधायक रामकुमार कश्यप, हरविंद्र कल्याण सहित अन्य नेताओं को बचाव के लिए साथ लगते मंदिर परिसर में जाकर छिपना पड़ा। इधर पंजाब में भाजपा प्रधान ने भी खुद के घेराव व हमलों को लेकर पूरे सूबे में धरने देने शुरू कर दिए हैं। वहीं, जालंधर में भी भाजपा के पहले धरने के दौरान किसान संगठनों की पुलिस से झड़प हुईं।
करनाल : मंच पर 2 घंटे तक किया हंगामा
लाइव रिपोर्ट…पहले हेलीपैड खोदा, फिर तोड़ा मंचं -खट्टर की ‘महापंचायत’ कैमला में होनी थी। आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी थी- कार्यक्रम नहीं करने देंगे। पुलिस व अन्य सुरक्षाबलों की 15 कंपनियां तैनात थीं। फिर भी किसान सुबह से ही कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ने लगे। नाकों पर पुलिस-किसानों में झड़प हुई। पुलिस ने आंसू गैस के गोल दागे, पानी की बौछारें कीं। लेकिन किसान खेतों के रास्ते 12:45 बजे कार्यक्रम स्थल तक पहुंच गए। जब आंदोलनकारी पंडाल की तरफ बढ़ने लगे तो भाजपाई व कुछ युवा भी उनकी तरफ बढ़े। वहां कहासुनी के बाद लाठी-डंडे चल पड़े। माहौल बिगड़ता देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। गुस्साए किसानों ने हेलीपैड खोद दिया और मंच पर 2 बजे तक लाठी-डंडों से तोड़फोड़ की।
सांकेतिक प्रदर्शन का वादा तोड़ा
किसानों ने सांकेतिक प्रदर्शन का वादा किया था, जिसे तोड़ दिया। गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने लोगों को उकसाया। प्रदर्शन के पीछे कांग्रेस और कम्युनिस्टों का हाथ है।’
-मनोहर लाल खट्टर, सीएम, हरियाणा
जालंधर : भाजपा का तीन घंटे विरोधकिसानों व कांग्रेसियों की पुलिस से झड़प
जालंधर| रविवार को जालंधर में स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई जब भाजपा के पंजाब प्रधान अश्विनी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं के धरने के दौरान किसान संगठन भी पहुंच गए। 3 घंटे चले धरने के दौरान प्रदर्शनकारी किसानों की पुलिस से झड़प हुई। इस मौके पर पंजाब प्रधान अश्विनी शर्मा ने विरोध को कांग्रेस प्रायोजित बताते हुए प्रदर्शनकारियों को कांग्रेस के गुंडे करार दिया।
मेरी कार पर हमला करने वाले भी किसान नहीं… किसानों पर सीधा हमला नहीं बोलते हुए शर्मा बोले- जो लोग आज यहां पर प्रदर्शन कर रहे हैं, वे किसान नहीं हो सकते। जिन्होंने मेरी कार पर हमला किया था, वे भी किसान नहीं थे। आज भाजपा की रैलियों का विरोध कांग्रेसी कर रहे हैं। सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने लुधियाना में कह दिया था कि लाशों के ढेर बिछा देंगे।
चिल्ला और गाजीपुर बॉर्डर बंद, पंजाब से दिल्ली जत्थे रवाना
दिल्ली का चिल्ला और गाजीपुर बॉर्डर बंद कर दिया गया है। वहीं, रविवार को पूरे सूबे में किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया। अमृतसर, पठानकोट, मोगा, फाजिल्का से कई किसान संगठनों के जत्थे दिल्ली धरने के लिए रवाना हुए।
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