कंपनियों में टॉप लेवल पर हायरिंग, जो कोरोनावायरस प्रकोप के बाद आधा हो गया था, वापसी कर रहा है। कंपनियां इस समय इन पोस्ट को भरने पर फोकस कर रही हैं। इसकी वजह है- कंपनियों को अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीद। हालांकि, इन पोस्ट पर पहले की तरह सैलरी पैकेज मिलने में अभी वक्त लगेगा।
चीफ लेवल के पदों पर हायरिंग होगी
रिक्रूटमेंट कंसल्टेंट क्लेरिएंट पार्टनर्स के मैनेजिंग पार्टनर, ज्योति बोवेन नाथ बताते हैं कि पिछले कुछ माह में कई सेक्टर्स में जबरदस्त तेजी आई है। तिमाही दर तिमाही कंपनियों के नतीजे बेहतर हुए हैं। यही वजह है कि हायरिंग प्रक्रिया वापस पटरी पर लौट रही है। बोवेन नाथ कहते हैं, 'हम सी-सूट हायरिंग में उछाल देख रहे हैं। आगे अधिक संख्या में हायरिंग की उम्मीद है।' कंपनी में चीफ लेवल के पदों को सी-सूट कहा जाता है। इसमें चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO), चीफ ऑपरेशनल ऑफिसर (COO), चीफ टेक्निकल ऑफिसर (CTO) जैसे पद शामिल हैं।
एग्जिक्यूटिव सर्च फार्म, स्टैंटन चेज के प्रबंध निदेशक अमित अग्रवाल ने कहा कि पिछले साल कई कंपनियों ने हायरिंग पर रोक लगा दी थी। लेकिन चौथी तिमाही में बड़ी संख्या में हायरिंग की उम्मीद है। वे कहते हैं कि, हायरिंग प्रक्रिया में तेजी जरूर आई है, लेकिन यह तेजी सैलरी पैकेज के मामले में फिलहाल नहीं है। कंपनी इस समय कैश सेविंग मोड में है।
कई सेक्टर में होंगी हायरिंग
अग्रवाल कहते हैं कि लीडरशिप पोजीशन के लिए इस समय ज्यादातर कंपनियां सीईओ, चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर और सीओओ को हायर करने की योजना बना रही हैं। यही वजह है कि कई कंपनियों ने एंट्री लेवल या मिड लेवल पोजीशन के लिए हायरिंग को फिलहाल फ्रीज कर दिया है।
एक अन्य एग्जिक्यूटिव सर्च फर्म इंसिस्ट के एमडी आर.सुरेश बताते हैं कि आने वाले समय में बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस, रिटेल, आईटी, ई-कॉमर्स, फार्मा, लॉजिस्टिक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI),मैन्युफैक्चरिंग और FMCG सेक्टर में ज्यादा हायरिंग हो सकती है। इन सेक्टर की कंपनियों को CEO और CFO की तलाश है। इसके अलावा, पर्यावरण सेक्टर, रसायन, फार्मा, ऑटोमोटिव इंडस्ट्री को रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑफिसर, चीफ साइंटिफिक ऑफिसर जैसे पोस्ट पर अधिकारियों की तलाश है।
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