उत्तर प्रदेश के जालौन में 4 दिन पहले हुई राजमिस्त्री की हत्या का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया। पुलिस ने दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह हत्या राजमिस्त्री के दो पुत्रों ने की थी। वे दोनों पिता की अय्याशी से परेशान थे। इसलिए उनकी गला घोंट कर हत्या करने के बाद शव को जंगल में फेंक दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपी बेटों को जेल भेज दिया है।
बड़े बेटे ने अज्ञात पर दर्ज कराया था केस
दरअसल, 7 जनवरी को आटा थाना क्षेत्र के चमारी गांव के जंगल में एक अधेड़ का शव मिला था। जिसकी शिनाख्त कदौरा थाना क्षेत्र के परोसा के रहने वाले जगदीश कुशवाहा के रूप में हुई थी। मृतक के बड़े पुत्र कपिल ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। इस हत्या के खुलासे के लिए पुलिस अधीक्षक द्वारा कालपी सीओ और आटा पुलिस के साथ स्वाट व सर्विलांस टीम को लगाया गया था।
कलेक्ट्रेट जाते समय घोंट दिया था गला
अपर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि हत्या जगदीश के दो पुत्र नीरज और मोहित ने की थी। दोनों पुत्र पिता जगदीश से परेशान हो गए थे। जगदीश आए दिन अपनी पत्नी व पुत्रों को शराब के नशे में पीटता था। साथ ही पैसे ले जाकर जुए में उड़ा देता था। इसके अलावा दोनों पुत्रों को शक था कि उसके पिता के संबंध किसी गैर महिला से हैं। सात जनवरी को पिता उरई कलेक्ट्रेट में एक मुकदमे के संबंध में आया था। तभी दोनों ने मिलकर हत्या का प्लान बनाया। पिता को बाइक पर बैठा कर रास्ते में ही रस्सी से गला घोट कर हत्या कर दी। साथ ही चमारी गांव के समीप जंगल में उसकी लाश को फेंक दिया। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दोनों आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त रस्सी को भी बरामद कर लिया है। उन्हें जेल भेज दिया गया है।
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