विशाल रूप ले चुके किसान आंदोलन को लेकर पंजाबी सिंगर इंदरजीत निक्कु ने PM मोदी को एक नसीहत दी है। उन्होंने कहा है- मोदी साहब, अपनी अक्ल को हाथ मारो, बाहर आकर किसानों से बात करो।बोले, सरकार तो अपनी प्रजा का दुख सुख देखती है। आप तो सिर्फ मन की बात में आकर कह देते हो- नोटबंदी हो गई, GST लागू हो गया। ये बिलकुल गलत है। हमारे किसान पहले ही सुसाइड कर रहे हैं। हम पंजाबियों को बख्श दो। इसके बाद निक्कु ने PM मोदी के लिए लिखा एक गीत सुनाया। निक्कु ने अपने पुराने गीत- मोटर वाला जिंदा को PM के लिए दोबारा लिखा है।
दो बार सिंघु बार्डर पर किसानों काे समर्थन देने पहुंचे पंजाबी सिंगर इंदरजीत निक्कु सोमवार को चंडीगढ़ में मीडिया से रू-ब-रू हुए। वे बोले, गोदी मीडिया को छोड़कर पंजाब के सारे मीडिया ने किसान आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार के सामने बिलकुल सही तस्वीर पेश की है। लेकिन केंद्र सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। विपरीत परिस्थितियों में न सिर्फ किसान, बल्कि हमारी बूढ़ी माताएं और यहां तक कि गोदी वाले बच्चे भी इस आंदोलन का हिस्सा बने हुए हैं। पिछले दिनों हुई तेज बारिश में किसानों के टेंट, पराली और यहां तक कि उनके बिस्तर तक भी भीग गए थे। पर क्या उनसे किसी ने पूछा कि कैसे वक्त बिताया?
मुझे तो ये समझ नहीं आ रहा कि हमारी सरकार चाहती क्या है? क्या ये हम सभी को खत्म करना चाहते हैं? जब अडानी-अंबानी ने कह दिया कि हमें पंजाब से कोई लेना-देना नहीं तो केंद्र सरकार की दिक्कत क्या है? सरकार जनता की होती है और अगर ऐसा कोई बड़ा फैसला लेना ही था तो कम-से-कम किसान वर्ग से कुछ एक्सपर्ट्स को लेकर उनसे विचार-विमर्श करते और तभी कोई फैसला लेते। लेकिन, हमारे PM ने तो चोरी-चोरी ये कानून लागू कर दिए।
हमारे किसान जत्थेबंदियों के नेताओं ने जब बैठक में कहा कि ये कानून सही नहीं है तो केंद्र सरकार के एक मंत्री ने इतना तक कह दिया कि अपनी अक्ल को हाथ मारो। निक्कु ने आगे कहा कि अगर केंद्र सरकार इन कानूनाें में संशोधन करने को तैयार है तो इसका यही मतलब है कि उन्हें पता है कि इसमें गलती हुई है। जब गलती मान ही ली है तो सही से मानकर इन कानूनों को रद्द क्यों नहीं करते?
Download Dainik Bhaskar App to learn Latest Hindi News Today