शहर में सोमवार को सांभर (हिरन) रिहायशी इलाके में घुस गया। जिसे पकड़ने में 5 घंटे तक वन विभाग के कर्मचारी व लोग पीछा करते रहे। सांभर को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। हर कोई उसे देखने और पकड़ने में जुट गया। बचाव के चक्कर में सांभर ने एक दुकान का शीशा भी तोड़ दिया। आखिरकार एक दुकान में घुसने के बाद उसे लोगों की मदद से पकड़ लिया गया। हालांकि, घबराहट में भागने की वजह से सांभर को काफी चोटें भी लगी। जंगलात कर्मी अब उसे अपने साथ ले गए हैं।

जाल वहीं रह गया, सांभर निकल भागा
सांभर को सबसे पहले यहां टांडा रोड पर देखा गया, फिर वह देवी तलाब मंदिर के पास एक दुकान में घुस गया। इसका पता चलते ही वहां भारी भीड़ जमा हो गई। इसकी सूचना मिलने पर जंगलात विभाग के कर्मचारी भी वहांं पहुंच गए। उन्होंने दुकान के बाहर जाल लगा दिया ताकि उसे पकड़ा जा सके। सांभर वन विभाग के कर्मचारियों से तेज निकला और जाल के नीचे से वहां से भाग निकला। वह रेलवे लाइन पार कर एक और दुकान में घुस गया। जहां जाल डालकर उसे पकड़ लिया गया।

पहाड़ों में बर्फ की वजह से आ रहे शहर में
जंगलात विभाग के मुताबिक यह जानवर ज्यादातर पहाड़ों में जंगलों में ही रहते हैं। आजकल वहां ठंड के साथ बर्फबारी हो रही है, जिस वजह से जंगली जानवर दूसरा ठिकाना तलाशने के लिए निकलते हैं लेकिन रास्ता भटककर रिहायशी इलाकों में घुस जाते हैं।
लोगों के पीछा करने से होती है पकड़ने में मुश्किल
सांभर को पकड़ने पहुंचे जंगलात कर्मी प्रदीप कुमार ने कहा कि जंगली जानवर आने पर लोग उसका पीछा करना शुरू कर देते हैं। ऐसे में वह घबरा जाता है। सोमवार को भी उसने एक दुकान के शीशे तोड़ दिए। हड़बड़ाहट में जानवर खुद के साथ लोगों का भी नुकसान कर सकता है, इसलिए लोगाें को उसका पीछा नहीं करना चाहिए। इससे उसे पकड़ने में भी मुश्किल होती है।
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