किसान आंदोलन का आज 47वां दिन है। किसानों ने रविवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को रैली नहीं करने दी। भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी का कहना है, "हां, हमने खट्टर साहब को रैली करने से रोका। भाजपा ने कहा था कि किसान आंदोलन को तोड़ने के लिए 700 रैलियां की जाएंगी। हम ऐसी रैलियों का विरोध करते रहेंगे।"
किसानों ने खट्टर का हेलीकॉप्टर नहीं उतरने दिया
खट्टर रविवार को करनाल जिले के कैमला गांव में किसान महापंचायत करने वाले थे। CM वहां पहुंचते उससे पहले कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी पहुंच गए और काले झंडे लहराते हुए नारेबाजी करने लगे। उन्होंने मंच पर भी तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारियों ने CM के हेलीकॉप्टर की लैंडिंग के लिए बने हेलीपैड को भी खोद दिया, इस वजह से खट्टर का हेलीकॉप्टर लैंड नहीं कर सका।
कृषि कानून रद्द करने की अर्जियों पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई
किसानों ने रविवार को 500 जत्थेबंदियों का डेटा तैयार किया और वकील प्रशांत भूषण से 3 घंटे चर्चा चली। कोर्ट को बताया जाएगा कि आंदोलन में सिर्फ पंजाब ही नहीं, बल्कि देशभर के किसान संगठन शामिल हैं।
नुकसान समेत हर बात कोर्ट को बताएंगे
किसान संगठनों नए कानूनों की वजह से होने वाले नुकसान के बारे में कोर्ट को बताएंगे। एक-एक बात बारीकी से बताई जाएगी। यह भी बताएंगे कि किस तरह से उन्हें आंदोलन करने पर मजबूर किया गया। इन तीनों कानूनों के बारे में कैसे मजबूती से पक्ष रखा जाए, इस पर भी कई सीनियर वकीलों से चर्चा हुई।
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