पाकिस्तान की एंटी टेररिज्म कोर्ट ने गुरुवार को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की चीफ मसूद अजहर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। उस पर टेरर फंडिंग का आरोप है। मसूद को कश्मीर के पुलवामा में CRPF के काफिले में हुए हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है। 14 फरवरी 2019 को जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर हुए इस हमले में 40 जवानों की जान गई थी।
कंधार विमान अपहरण के बाद छोड़ा गया था
1994 में अजहर पुर्तगाल के पासपोर्ट पर बांग्लादेश के रास्ते भारत आया था। इसके बाद वह कश्मीर पहुंचा। 1994 में उसे अनंतनाग से गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, 1999 में कंधार विमान अपहरण के बाद यात्रियों को बचाने के एवज में अजहर को तब की भाजपा सरकार ने छोड़ दिया था।
वैश्विक आतंकी है अजहर
मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने वैश्विक आतंकी घोषित कर रखा है। इसके लिए भारत ने कई बार कोशिश की, लेकिन हर बार चीन ने अड़ंगा लगाता रहा था। चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य है।
हाफिज सईद को भी मिल चुकी है सजा
एंटी टेररिज्म कोर्ट आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के मुखिया हाफिज सईद को भी अवैध फंडिंग मामले में सजा सुना चुकी है। हाफिज सईद को 2019 में गिरफ्तार किया गया था। हाफिज मुंबई में हुए आतंकी हमले का मुख्य आरोपी है। इसमें 166 लोगों की मौत हुई थी। सईद के खिलाफ आतंकी फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध कब्जे के 41 मामले दर्ज हैं।
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